भास्कर न्यूज l लुधियाना. सुरक्षित एंव जीएम (जेनेटिकली मोडिफाईड) मुक्त भोजन हेतु साझा मोर्चा पंजाब ने जीएम फसलों की खेती करने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। इसके विरोध में सुरक्षित एवं जीएम मुक्त भोजन हेतु सांझा मंच के बैनर तले शहर की प्रमुख सामाजिक संस्थाओं ने चेतना मार्च निकाला और केंद्र सरकार को बीटी बैंगन की खेती पर रोक लगाने की मांग की।
लोगों ने मोमबत्तियां जलाकर केंद्र सरकार को जगाने की कोशिश की। रैली का नेतृत्व शहीद भगत सिंह के भांजे प्रोफेसर जगमोहन सिंह व शहीद सुखदेव थापर के पौत्र भारत भूषण थापर ने किया। प्रो. जगमोहन सिंह ने कहा कि देश को आजाद कराने में लोगों ने अपनी जान कुर्बान कर दी थी। वहीं अब सरकार ऐसे फैसले लेकर एक बार फिर देश को गुलामी की तरफ धकेल रही है।
बाबा फरीदकोट यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति डा. एलएस चावला ने कहा कि विज्ञान और तकनीक का विकास नैतिक मूल्यों और सामाजिक सरोकार को ध्यान में रखकर किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बीटी बैंगन की देश में कोई जरूरत नहीं है। इसलिए सरकार का इसके उत्पादन के लिए मंजूरी देना सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि इससे लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ेगा इतना ही नहीं यह अगली पीढ़ी पर भी बुरा असर डाल सकता है।
इस मौके पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सदस्य डा. अरुण मित्रा ने बताया कि यह किसी भी तरह से देश और देशवासियों के हित में नहीं है। इस मौके पर जिला बार एसोसिएशन के प्रधान परोपकार सिंह घुम्मन ने कहा कि पंजाब सरकार को चाहिए कि भाजपा शासित राज्यों की तर्ज पर इसकी खेती पर प्रतिबंध लगाया जाए। इस मौके पर संदीप जैन, ओसवाल कैंसर अस्पताल के डा. सतीश जैन, प्रसिद्ध साहित्यकार सुरजीत पातर, अमरजीत ग्रेवाल, प्रदीप कुमार व अन्य उपस्थित थे।
Hamara Beej
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